हम तुम
एक दिन बस बैठी थी सोचने,
जिंदगी के उन बिखरे हुए पन्नोंको जोड़ने,
शुरुआत से शुरुआत की,
जिसमे बस तेरी ही यादें थी,
वो हमारी कसमे और वो वादे,
वो हमारी अधूरी सी मुलाकातें,
वो देर रात को जग...
जिंदगी के उन बिखरे हुए पन्नोंको जोड़ने,
शुरुआत से शुरुआत की,
जिसमे बस तेरी ही यादें थी,
वो हमारी कसमे और वो वादे,
वो हमारी अधूरी सी मुलाकातें,
वो देर रात को जग...