माजी
ये परछाईयां जो साथ है मेरे, मेरी माजी की,
ये जो कुछ ख्वाब थे मेरे पर जो अब पराये हैं।
ये जो कुछ खुशबू सी है बिखरी है मेरे कमरे में,
ये तेरे साथ में...
ये जो कुछ ख्वाब थे मेरे पर जो अब पराये हैं।
ये जो कुछ खुशबू सी है बिखरी है मेरे कमरे में,
ये तेरे साथ में...