मेरा यार फिर लौट आया है
जो ज़िन्दगी के दाव पेच से टूट गया था,
अपनी मंज़िल के रास्ते भूल गया था,
जुड़ के वो वापस हीरा बनके आया है,
मेरा यार फिर लौट आया है।
जिसके चारों ओर गमों का साया था,
अंधेरे ने उसको हर रात...
अपनी मंज़िल के रास्ते भूल गया था,
जुड़ के वो वापस हीरा बनके आया है,
मेरा यार फिर लौट आया है।
जिसके चारों ओर गमों का साया था,
अंधेरे ने उसको हर रात...