मेरी माँ :गूँज रही है तेरी आवाज़ हर पल मेरे कानों में, तेरी मौजूदगी अब भी है घर के कोने कोने में
ज़िन्दगी को बूंद बूंद
मौत के सागर में पिघलते देखा है हमने !
वह मेरी "माँ " थी .....
जिन को सास से माँ बनते देखा है हमने!
उस बिस्तर पर अब सिलवटें नही है ..
टीवी चैनलों पर वह
सास बहू...
मौत के सागर में पिघलते देखा है हमने !
वह मेरी "माँ " थी .....
जिन को सास से माँ बनते देखा है हमने!
उस बिस्तर पर अब सिलवटें नही है ..
टीवी चैनलों पर वह
सास बहू...