मेरी प्यारी
दर्द से दिल है भरा हुआ ,
बाहर से जिन्दा मगर अदंर से मरा हुआ ।
उसकी याद में रोता हू अन्दर ,
न जाने कब खत्म होगा ये मन्जर।
मेरी वफ़ा...
बाहर से जिन्दा मगर अदंर से मरा हुआ ।
उसकी याद में रोता हू अन्दर ,
न जाने कब खत्म होगा ये मन्जर।
मेरी वफ़ा...