मेरा इश्क बेगुनाह है .....
.
.
मेरा बस यही गुनाह है, कि
तुझसे इश्क बेपनाह है
अब तू जहर दे ,
या दे दे शिफा
ये तेरी मोहब्बत का इंतिहा है
पर थोड़ा संभल...
.
मेरा बस यही गुनाह है, कि
तुझसे इश्क बेपनाह है
अब तू जहर दे ,
या दे दे शिफा
ये तेरी मोहब्बत का इंतिहा है
पर थोड़ा संभल...