41 views
मैं होली हूँ वृन्दावन की,तू बनारस की मसाने वाली होली हैं
मैं नटखट बंजारन सी,
तू मस्तानो का टोला हैं
मैं बहती चलती नदिया सी
तू सागर सा मुझको धरता हैं
मैं रंग अबीर सतरंगी,
तू भस्म में रमता जोगी हैं
मैं वृन्दावन की होली रंगीली
तू बनारस की मसाने वाली होली हैं
मैं करूं समर्पण जग अपना
तू मेरा संसार बनाता है
मैं तेरे रंग में दिवानी हूँ,
तू प्रेम रंग का रसिया हैं
मैं आधा हिस्सा हूँ तेरा ,
तू मुझको पूरा करने वाला है
मैं हूं तुम औऱ तुम मुझसे,
हम एक दुज़े के हमसाये हैं
© pari
तू मस्तानो का टोला हैं
मैं बहती चलती नदिया सी
तू सागर सा मुझको धरता हैं
मैं रंग अबीर सतरंगी,
तू भस्म में रमता जोगी हैं
मैं वृन्दावन की होली रंगीली
तू बनारस की मसाने वाली होली हैं
मैं करूं समर्पण जग अपना
तू मेरा संसार बनाता है
मैं तेरे रंग में दिवानी हूँ,
तू प्रेम रंग का रसिया हैं
मैं आधा हिस्सा हूँ तेरा ,
तू मुझको पूरा करने वाला है
मैं हूं तुम औऱ तुम मुझसे,
हम एक दुज़े के हमसाये हैं
© pari
Related Stories
77 Likes
35
Comments
77 Likes
35
Comments