ईश्वर
किस ओर ईश्वर है,
कण-कण में ईश्वर है,
कहाँ ढूंढे रे! बन्दे,
तेरे निजमन में ईश्वर है,
मन्दिर-मस्जिद में ही क्यों ढूंढे,
जन-जन में ईश्वर है,...
कण-कण में ईश्वर है,
कहाँ ढूंढे रे! बन्दे,
तेरे निजमन में ईश्वर है,
मन्दिर-मस्जिद में ही क्यों ढूंढे,
जन-जन में ईश्वर है,...