चमन के फूल
चलो चमन के फूल बने हम।
लगन लगा करें कुछ ऐसा, मान वतन का हो न कभी कम।
व्यभिचार की जड़ें काट हम, अनवरत रखें मन पर संयम।
सृष्टि के सौंदर्य रूप को, सींचा करे मिल हम सब...
लगन लगा करें कुछ ऐसा, मान वतन का हो न कभी कम।
व्यभिचार की जड़ें काट हम, अनवरत रखें मन पर संयम।
सृष्टि के सौंदर्य रूप को, सींचा करे मिल हम सब...