चंचल मन
यह मन भी कितना चंचल होता है
प्रकाश की गति से भी तेज,
बहुत तेज चलता है।
यह मन भी कितना चंचल होता है।
यह मन है चंचल , मन अधीर होता है
वह कभी नहीं ठहरता है।
सांस के साथ हरदम चलता होता है
मन की चंचलता की क्या बखान करू,
ये पल में मेरे पास होता है और
पलक झपकते ही हजार कोश दूर
मछलियों के साथ तैरता हुआ होता है
यह मन भी कितना चंचल होता है
मन को जितना समझाती हूं
वह उतना ही मचलता...
प्रकाश की गति से भी तेज,
बहुत तेज चलता है।
यह मन भी कितना चंचल होता है।
यह मन है चंचल , मन अधीर होता है
वह कभी नहीं ठहरता है।
सांस के साथ हरदम चलता होता है
मन की चंचलता की क्या बखान करू,
ये पल में मेरे पास होता है और
पलक झपकते ही हजार कोश दूर
मछलियों के साथ तैरता हुआ होता है
यह मन भी कितना चंचल होता है
मन को जितना समझाती हूं
वह उतना ही मचलता...