Khwabon Ka Shahjada
कहा मैंने एक सुनहरी तितली से -
बेइंतहा मोहब्बत में तुमसे करता हूं
तितली बोली कौन हो तुम ?
मैंने कहा अल्फाज हूं मैं,
वही अल्फाज जिन्हें बुनकर गीत बनता है, गीत वही जो कहीं बयान ऐ प्रीत बनता है, जिसे सुनकर मन पुलकित हो जाता है।
वह बोली माना तुम बहुत अच्छे हो
भोले हो सभ्य हो दिल के सच्चे हो
पर मेरी प्रीत का दामन कोई थाम चुका है वही जो मेरे ख्वाबों का शहजादा है
बनेगा हमसफर मेरा वही ऐसा उसका वादा है।
अल्फाज सहमता सा बोला
झांक कर देख मुझ में मैं वही ख्वाब हूँ
पाने को तुझे ना मैं था पहले
ना अब बेताब हूं
बस एक बार नजर भर तो देख
मैं वही ख्वाबों का शहजाद हूँ।
#MERAISHQ #Love #Vichitra
बेइंतहा मोहब्बत में तुमसे करता हूं
तितली बोली कौन हो तुम ?
मैंने कहा अल्फाज हूं मैं,
वही अल्फाज जिन्हें बुनकर गीत बनता है, गीत वही जो कहीं बयान ऐ प्रीत बनता है, जिसे सुनकर मन पुलकित हो जाता है।
वह बोली माना तुम बहुत अच्छे हो
भोले हो सभ्य हो दिल के सच्चे हो
पर मेरी प्रीत का दामन कोई थाम चुका है वही जो मेरे ख्वाबों का शहजादा है
बनेगा हमसफर मेरा वही ऐसा उसका वादा है।
अल्फाज सहमता सा बोला
झांक कर देख मुझ में मैं वही ख्वाब हूँ
पाने को तुझे ना मैं था पहले
ना अब बेताब हूं
बस एक बार नजर भर तो देख
मैं वही ख्वाबों का शहजाद हूँ।
#MERAISHQ #Love #Vichitra