ईश्वर की रचना
देह हमारा है नश्वर
आत्मा हमारा है अमर
अज्ञानी करे देह का मोह
ज्ञानी को मिलता ईश्वर
भक्ति हो आधार हमारा
हरि नाम लगे प्यारा
जीवन का है अंत भला
आत्मा रहे अनन्त भला
प्रकृति की अद्धभुत रचना
मानव सा कोई सच ना
शून्य से आरंभ हुआ
जीवन प्रकृति का अंग हुआ
हर रचना का रहस्य अनोखा
ऐसा लगे जैसे आँखों का धोखा
समझ सके प्रकृति को जो
समझ जाए जिंदगी को वो
© sushant kushwaha
आत्मा हमारा है अमर
अज्ञानी करे देह का मोह
ज्ञानी को मिलता ईश्वर
भक्ति हो आधार हमारा
हरि नाम लगे प्यारा
जीवन का है अंत भला
आत्मा रहे अनन्त भला
प्रकृति की अद्धभुत रचना
मानव सा कोई सच ना
शून्य से आरंभ हुआ
जीवन प्रकृति का अंग हुआ
हर रचना का रहस्य अनोखा
ऐसा लगे जैसे आँखों का धोखा
समझ सके प्रकृति को जो
समझ जाए जिंदगी को वो
© sushant kushwaha
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