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नफरत ❌
कितनी हसीन है दुनिया
रंगो से भरी रंगीन है दुनिया
तू भी हंसते खिलखिलाए जा
नफ़रत के बाज़ार में
प्यार की बोली लगाए जा
चार पल की जिंदगी
चार पल खुशियों से बिताए जा
नफ़रत में एक पल भी ना जा़या कर
प्यार से हर पल को अपना बनाए जा
जिंदगी एक सफर है
इसे हंसते हुए पार कर
रस्ते में जो भी मिले
उससे अपनापन बांट कर
नफ़रत से क्या मिलेगा
हर किसी से प्यार से बात कर
हर एक मोड़ पर
कोई रिश्ता बनता है
कभी मीठा तो कभी खटास
से होकर गुज़रता है
पर क्या कभी सोचा है
हमारे जाने के बाद सब यहीं रह जाएगा
जो आज अपने हैं कल सब छूट जाएगा
तो नफ़रत से आख़िर क्या हासिल हो जाएगा
मत रखो बैर मत रखो कोई शिकायत
जो भी साथ है उसे पास रखो
जो नहीं उससे भी कोई गिला मत करो
हर किसी के लिए सद्भाव रखो
जो बुरा करता है उसे जाने दो
तुम अपने जीवन में नफ़रत का
एक क्षण भी ना आने दो
खुश रहो और सबको खुश रखो
© Diksha Rathi🌻
रंगो से भरी रंगीन है दुनिया
तू भी हंसते खिलखिलाए जा
नफ़रत के बाज़ार में
प्यार की बोली लगाए जा
चार पल की जिंदगी
चार पल खुशियों से बिताए जा
नफ़रत में एक पल भी ना जा़या कर
प्यार से हर पल को अपना बनाए जा
जिंदगी एक सफर है
इसे हंसते हुए पार कर
रस्ते में जो भी मिले
उससे अपनापन बांट कर
नफ़रत से क्या मिलेगा
हर किसी से प्यार से बात कर
हर एक मोड़ पर
कोई रिश्ता बनता है
कभी मीठा तो कभी खटास
से होकर गुज़रता है
पर क्या कभी सोचा है
हमारे जाने के बाद सब यहीं रह जाएगा
जो आज अपने हैं कल सब छूट जाएगा
तो नफ़रत से आख़िर क्या हासिल हो जाएगा
मत रखो बैर मत रखो कोई शिकायत
जो भी साथ है उसे पास रखो
जो नहीं उससे भी कोई गिला मत करो
हर किसी के लिए सद्भाव रखो
जो बुरा करता है उसे जाने दो
तुम अपने जीवन में नफ़रत का
एक क्षण भी ना आने दो
खुश रहो और सबको खुश रखो
© Diksha Rathi🌻
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