...

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दिल के करीब.
दिल के तू दिमाग़ को करीब ना कर
मुझको तूं और ज़्यादा गरीब ना कर!

क्यूँ आया करता है तू गैरों की बातों में
मेरी जिंदगी तू मुझे ना खुद रकीब कर!

लुटाई चाहत मैंने तुझ पे दुनिया की सारी
तू भी तो सबके सामने मुझको हबीब कर!

हर आँसू को तुम्हारा हँसी बना लूँगी मै
तू पहले मगर मुझको खुशनसीब तो कर!

© Rashmi Garg #WritcoQuote #Love&love #quoteoftheday #Poetry #LifeQuote #Relationship