"गज़ल"
देख लूं कितना भी ज़ी भरके उन्हे,
फिर भी लगता है इक नज़र बाकि है..!!
हो करीब वो मेरे ये लाज़मि तो नहीं,
उसकी यादों का ये असर काफि है...!!
भटक...
फिर भी लगता है इक नज़र बाकि है..!!
हो करीब वो मेरे ये लाज़मि तो नहीं,
उसकी यादों का ये असर काफि है...!!
भटक...