राधा-कृष्ण का अनंत प्रेम ❤️
बरसाने की गोरी, वृंदावन का श्याम,
प्रेम की यह गाथा, युगों से है प्रसिद्धि का नाम।
मिलन की हर लय में था आत्मा का संवाद,
संगीत के स्वर जैसे प्रीत का परिहास।
राधा की चाल जैसे बहारों की बात,
कृष्ण का हर कदम बनाता प्रेम का प्राचीर।
जब यमुना किनारे वो दो नयन मिले,
आकाश के तारे भी अपने आँचल में सिमट गए।
रास की रात्रि, शरद की वह बेला,
हर गोपी के दिल में बजता प्रेम का मेला।
पर राधा का स्थान था सबसे अलग,
उनका प्रेम तो आत्मा का उत्सव।
कृष्ण ने कहा, "राधा, तुम...