ग़ज़ल: तुम उसको हाथ लगाना मगर इजाजत से
जो उसने देखा मुझे आज यूँ मुहब्बत से
लगा कि ख्वाब की शादी हुई हक़ीक़त से
तुम्हारी है वो,तुम्हारी रहेगी; बात अलग..
तुम उसको हाथ लगाना मगर इजाजत से
ख़ुदा जो सच...
लगा कि ख्वाब की शादी हुई हक़ीक़त से
तुम्हारी है वो,तुम्हारी रहेगी; बात अलग..
तुम उसको हाथ लगाना मगर इजाजत से
ख़ुदा जो सच...