प्रेम
तुम करो बस प्रेम और कुछ भी चाह नहीं तुझसे
तुम करो बस प्रेम और कुछ भी चाह नहीं तुझसे
देख तुम्हारे इश्क़ बन मैं जोगन बनूँ बस मैं तुम्हारी दुल्हन
ओ मेरे प्रियतम तुम पर ही हारी मैं अपना सब तन मन
तुम ही...
तुम करो बस प्रेम और कुछ भी चाह नहीं तुझसे
देख तुम्हारे इश्क़ बन मैं जोगन बनूँ बस मैं तुम्हारी दुल्हन
ओ मेरे प्रियतम तुम पर ही हारी मैं अपना सब तन मन
तुम ही...