इंसानियत
अगर बैठे-बैठे तुमको कोई काम नहीं
तो सुनो ज़रा! ये काम करो
हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख,ईसाई से फुर्सत मिल जाये
तो कुछ वक़्त इंसानियत के नाम करो
ना धर्म का कोई किस्सा हो
ना मज़हब की कोई बातें हो
अगर धर्म के नाम पर हिंसा से फुर्सत मिल जाये
तो इन...
तो सुनो ज़रा! ये काम करो
हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख,ईसाई से फुर्सत मिल जाये
तो कुछ वक़्त इंसानियत के नाम करो
ना धर्म का कोई किस्सा हो
ना मज़हब की कोई बातें हो
अगर धर्म के नाम पर हिंसा से फुर्सत मिल जाये
तो इन...