बहती नदी..
जीवन, बहती नदिया की धार,
कल कल की खुशियों सा श्रृंगार।
निर्मल, चंचल, उत्कल, पावन,
हो जाए तृप्त जहां संसार।
जीवन बहती नदिया की...
कल कल की खुशियों सा श्रृंगार।
निर्मल, चंचल, उत्कल, पावन,
हो जाए तृप्त जहां संसार।
जीवन बहती नदिया की...