...

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मनोभुमि है समरभुमि,
क्या तू विचलित हो जायेगा??
इस विपत्ति के कालचक्र से ,
कर्तव्य विमुख हो जायेगा?
संसार तुझे कायर बोलें ,
क्या तुझको अच्छा लगता है?
तेरे शिथिल पड़े रहने से ,
संकल्प अधुरा लगता है।😊

ADARSH MISHRA

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