वाणी
" धनुष -बाण" आप सब इस सस्त्र से वाकिफ़ तो होंगे ही। भगवान श्री राम के छोटे भाई श्री लक्ष्मण के पास धनुष बाण हुआ करता था। ये प्राचीन काल में युद्धों में इस्तेमाल किये जाने वाले सस्त्रों में से एक है। इसके बाण से मनुष्य को बहुत गहरा चोट पहुँचता है।
यदि मैं कहूँ प्रत्येक मनुष्य के पास धनुष बाण है, तो क्या आपलोग सहमत होंगे। शायद ज्यादातर लोग इससे सहमत नहीं होंगे। परंतु वास्तव में हम सबके पास धनुष-बाण तो है। हमनें कभी गौर ही नहीं किया है। मनुष्य के होंठ की रचना बिल्कुल धनुष की तरह और जीभ की रचना बिल्कुल बाण की तरह परमात्मा ने की है। धनुष की और हमारे होंठ की बनावट एक जैसी है। और दोनों के बाण से सामने वाले इंसान को बहुत गहरी चोट पहुँचती है। अर्थात् ...
यदि मैं कहूँ प्रत्येक मनुष्य के पास धनुष बाण है, तो क्या आपलोग सहमत होंगे। शायद ज्यादातर लोग इससे सहमत नहीं होंगे। परंतु वास्तव में हम सबके पास धनुष-बाण तो है। हमनें कभी गौर ही नहीं किया है। मनुष्य के होंठ की रचना बिल्कुल धनुष की तरह और जीभ की रचना बिल्कुल बाण की तरह परमात्मा ने की है। धनुष की और हमारे होंठ की बनावट एक जैसी है। और दोनों के बाण से सामने वाले इंसान को बहुत गहरी चोट पहुँचती है। अर्थात् ...