-----:"माँ की देन......":-----
जीवन की रफ्तार को माँ, तूने ही बढ़ाया है
भारत के इस पुण्य भूमि पर तूने ही माँ लाया है.
अपना जीवन त्याग कर , तूने मुझको पाला है
हे माँ जननी जय हो तेरी, तेरी अद्भूत माया है!
देश की सेवा करने का माँ, मौका तूने दान दिया
मुझको धरती पर लाकर माँ, तूने पुण्य के काम किया.
अपने इस फर्ज को मैंने, मन दिल से लगाया है
हे माँ जननी जय हो तेरी, तेरी...
भारत के इस पुण्य भूमि पर तूने ही माँ लाया है.
अपना जीवन त्याग कर , तूने मुझको पाला है
हे माँ जननी जय हो तेरी, तेरी अद्भूत माया है!
देश की सेवा करने का माँ, मौका तूने दान दिया
मुझको धरती पर लाकर माँ, तूने पुण्य के काम किया.
अपने इस फर्ज को मैंने, मन दिल से लगाया है
हे माँ जननी जय हो तेरी, तेरी...