8 views
हाथ थामके छोड़ ना देना
हाथ थामकर छोड़ ना देना तुम
बाँध के बंधन तोड़ ना देना तुम
बढ़ाकर मेरी तरफ कदम अपने
रुख मोड़ ना देना अपना तुम....
साथ चलते हुए राहें हो जाये अलग
मेरे रास्तों को अपनी तरफ मोड़ लेना
बन जाये कोई अफसाना प्यार का
मेरी रूह को अपनी रूह में समा लेना
बाँध के बंधन तोड़ ना देना तुम
बढ़ाकर मेरी तरफ कदम अपने
रुख मोड़ ना देना अपना तुम....
साथ चलते हुए राहें हो जाये अलग
मेरे रास्तों को अपनी तरफ मोड़ लेना
बन जाये कोई अफसाना प्यार का
मेरी रूह को अपनी रूह में समा लेना
Related Stories
20 Likes
4
Comments
20 Likes
4
Comments