गीत
आँखे मेरी कैसी डबडबाई
आज तेरी याद बहुत आई
मन चाहता है कि पुकार दूँ तुझे
न जाने कौन सी पुरानी बात याद आई
फिर प्रेम का एक गीत गाया
तब जाकर दिल को सम्भाल पाई
© बावरामन " शाख"
आज तेरी याद बहुत आई
मन चाहता है कि पुकार दूँ तुझे
न जाने कौन सी पुरानी बात याद आई
फिर प्रेम का एक गीत गाया
तब जाकर दिल को सम्भाल पाई
© बावरामन " शाख"
Related Stories