...

8 views

“शायरों वाले अंदाज चले गए”
राघव, हमें इंतजार था जिसका,
अब वो इंतजार चले गए...

शायरी हमें अब आती नहीं,
शायरों वाले अंदाज चले गए...

तसव्वुर से जिसकी सुबह थी मेरी,
अब वो ख्याल चले गए...

वफा को रास ना आई लफ्ज़ मेरा,
चुरा वो लफ्ज़ एक वफादार चले गए...

राघव, मुझे शायरी नहीं आती,
शायरों वाले अंदाज चले गए...

आना जाना लगा है गलियों में,
इस दिल के किराएदार चले गए...

जहां-जहां था इश्क मुझमें,
ना रहा इश्क, अब वो प्यार चले गए...

राघव, मुझे शायरी नहीं आती,
शायरों वाले अंदाज चले गए...

© Rahul Raghav