# उम्मीद और आँधी#
आंधी आयी चली गई उम्मिद अभी भी बची हुई है,
तूफानों से नहीं डरना दिल में ज्योत जल रही हैं|
आसमान में उमड़ी है कालि घटाए,
चारों ओर छाया अंधेरा है|
धुंध और आंधी का तूफान उठा है,
गिरे है कई पेड़ कहीं टूटा है छपर,
मन का उम्मिद भी आज डगमगाया है|
चल रही गरज कर हवाएं धरती कांप रही डर से, ...