आशिकी-ए-हिसाब!
एक आस लिए बैठा हूं,
तेरी धुंधली याद लिए बैठा हूं,
तेरे दिए दर्द का साथ
लिए बैठा हूं,
तो तेरी मोहोब्बत का
इनाम लिए बैठा हूं,
सब...
तेरी धुंधली याद लिए बैठा हूं,
तेरे दिए दर्द का साथ
लिए बैठा हूं,
तो तेरी मोहोब्बत का
इनाम लिए बैठा हूं,
सब...