घर वापसी
#घरवापसीकविता
घर वापसी पर आज आँखों में
एक अजीब सी लहर छाई है,
शहर की भागदौड़ के बाद
गांव की शांति पाई है।
बस अफ़सोस है इस बात का
पापा हमारे बीच नहीं है,
मम्मी ने मेरी न जाने
कितनी बाधाएं सही है।
बस उसे और मेरे दीदी को
बहुत से खुशियों के पल देना है,
भगवान से यही सिफ़ारिश है
हमें बस शांति से जीना है।
© Hiten Biswal
घर वापसी पर आज आँखों में
एक अजीब सी लहर छाई है,
शहर की भागदौड़ के बाद
गांव की शांति पाई है।
बस अफ़सोस है इस बात का
पापा हमारे बीच नहीं है,
मम्मी ने मेरी न जाने
कितनी बाधाएं सही है।
बस उसे और मेरे दीदी को
बहुत से खुशियों के पल देना है,
भगवान से यही सिफ़ारिश है
हमें बस शांति से जीना है।
© Hiten Biswal