...

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ख्वाबों को सजाने बाली मां पार्ट 2
हारा नहीं हूं मैं मां
विश्वास अभी बाकी है
तोड़ेगा ए जमाना कैसे मुझे
जब मेरी मां का साथ
अभी मेरे साथ बाकी है

रूला ले ए जमाना
कितना भी मुझे
पर दर्द सभी सह जाऊंगा
जो मिले मां के कदमों में जन्नत
तो लाख जन्म भी कुर्बान कर जाऊंगा

दुश्मन है जमाना आज मेरा
कोई दूसरा ना काम आया है
चली गई है माना तू भगवान के घर
फिर भी तकलीफ में
तेरा साया मेरे पास आया है

रोऊगां जब भी में मां
तू ही है जो मेरे आंसू पूछेंगी
बुराई करेगा चाहे जमाना मेरी
पर तू मेरी सच्चाई की गवाही देगी

छोड़े चाहे जमाना मुझे
तोड़े चाहे जमाना मुझे
पर कुछ तो मैंने खोया है मां
दिल को हुई तकलीफ आज
शीशे सा दिल मेरा टूट गया
तेरे कदमों में जन्नत थी
जन्नत का दरवाजा छूट गया

आंखों में आंसू है मेरी मां
तू मेरे सर पर हाथ सहेला जाना
ख्वाबों को सजाने वाली मां
ख्वाबों में आ जाना


© Akash shri vastav