महोब्बत में हार
समंदर रहता था मेरे कदमो में,
मैं तो डूबा हु अपनी आंखों के अक्सों में।
मैं कहता था उसको दुनिया,
उसने आखिर बता ही दिया दुनिया को छोड़ना पड़ता हैं।
आंखों में नींद की शाखे झड़ गई,
मेरे सारे ख़्वाब बिखर गए,
मैं चाहता था दुनिया देखु,
मेरे कमरे के दरवाजे बंद हो गए
ओर हम अंदर ही रह गए।
माँ ने मुझे हर हाकिम से इलाज...
मैं तो डूबा हु अपनी आंखों के अक्सों में।
मैं कहता था उसको दुनिया,
उसने आखिर बता ही दिया दुनिया को छोड़ना पड़ता हैं।
आंखों में नींद की शाखे झड़ गई,
मेरे सारे ख़्वाब बिखर गए,
मैं चाहता था दुनिया देखु,
मेरे कमरे के दरवाजे बंद हो गए
ओर हम अंदर ही रह गए।
माँ ने मुझे हर हाकिम से इलाज...