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और फ़िर से दर्द ने घेर लिया मुझे
जिसका डर था वही हो गया
मेरा सबसे पसंदीदा शख़्स
मुझसे फ़िर दूर हो गया
रोती नहीं ये आंखें किसी के सामने
जबकि दिल ये ज़ख्मों का घर हो गया
अश्क बहाते हैं हम रातों में अकेले
खुशियों का मुझसे विकट अनबन हो गया
वो शख़्स अभी तो मेरे पास था
कितनी सारी यादें बनानी बाकी रह गई
और वो अचानक से कहीं गुम हो गया ।
खो रहा हूं ख़ुदको मैं
जी कहां रहा हूं मैं
वो कहते हैं मुझसे की तुम साहसी हो
हर परिस्थिति में ख़ुश रहते हो हारते नहीं
यारों उन्हें कैसे बोलूं की उनको भरम हो गया
मैं तो ज़िन्दगी से थक चुका हूं
जीने की चाह ख़त्म हो चुकी है
इन ज़ख्मों को सीना नामुमकिन हो गया।
#writco #life #pain #lost #heartbreak
© rõõh
मेरा सबसे पसंदीदा शख़्स
मुझसे फ़िर दूर हो गया
रोती नहीं ये आंखें किसी के सामने
जबकि दिल ये ज़ख्मों का घर हो गया
अश्क बहाते हैं हम रातों में अकेले
खुशियों का मुझसे विकट अनबन हो गया
वो शख़्स अभी तो मेरे पास था
कितनी सारी यादें बनानी बाकी रह गई
और वो अचानक से कहीं गुम हो गया ।
खो रहा हूं ख़ुदको मैं
जी कहां रहा हूं मैं
वो कहते हैं मुझसे की तुम साहसी हो
हर परिस्थिति में ख़ुश रहते हो हारते नहीं
यारों उन्हें कैसे बोलूं की उनको भरम हो गया
मैं तो ज़िन्दगी से थक चुका हूं
जीने की चाह ख़त्म हो चुकी है
इन ज़ख्मों को सीना नामुमकिन हो गया।
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