Shayari#61
प्यार के हजारो रंग
जिन्दगी में भरके
कहाँ गये वो लोग
हमे यूँ तन्हा करके
© Spiritajay
जिन्दगी में भरके
कहाँ गये वो लोग
हमे यूँ तन्हा करके
© Spiritajay
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