चाय
धुंआ उड़ाती चाय की प्याली
सर्द मौसम में ठंडी बयार सी
घुली शक्कर जैसे इश्क़
खुश्बू तेरी आती अदरख सी
महक जाए तन मन
जैसे इलायची मेरे इश्क़ की
रंगत देख कर लगे यूँ
पिघली चाहत दीवानों सी
लबों को छू कर लगे
स्वाद हैं ग़ज़ब तेरे सी
©®#रीना
सर्द मौसम में ठंडी बयार सी
घुली शक्कर जैसे इश्क़
खुश्बू तेरी आती अदरख सी
महक जाए तन मन
जैसे इलायची मेरे इश्क़ की
रंगत देख कर लगे यूँ
पिघली चाहत दीवानों सी
लबों को छू कर लगे
स्वाद हैं ग़ज़ब तेरे सी
©®#रीना