राहत के कुछ पल।।
#believeingod #faith
राहत के कुछ पल
मैं तेरे चरणों में पाता हूँ
आके तेरे द्वार पे
सारे गम भूल जाता हूँ
रहती ना कोई ख्वाहिश मेरी
ना मन में कोई इच्छा
आंसू की बस बहती धारा
निर्मल है ये मन मेरा
शब्दों का ना कोई जाल...
राहत के कुछ पल
मैं तेरे चरणों में पाता हूँ
आके तेरे द्वार पे
सारे गम भूल जाता हूँ
रहती ना कोई ख्वाहिश मेरी
ना मन में कोई इच्छा
आंसू की बस बहती धारा
निर्मल है ये मन मेरा
शब्दों का ना कोई जाल...