लक्ष्मी
जिंदगी की ये दास्तान मेरी अपनी ही जुबानी
सोंचा सुनाऊं तुमको मेरी अनकही कहानी
खुश बहुत थे पापा, पैदा मैं जब हुई थी
आई है लक्ष्मी घर ,कह मा चहक गई थी
पर जद्दोजहद जिंदगी की,बड़े होते ही बढ़ गई
हर तरफ छूने को मुझको, होड सी थी लग गई
मेरी तरह ही...
सोंचा सुनाऊं तुमको मेरी अनकही कहानी
खुश बहुत थे पापा, पैदा मैं जब हुई थी
आई है लक्ष्मी घर ,कह मा चहक गई थी
पर जद्दोजहद जिंदगी की,बड़े होते ही बढ़ गई
हर तरफ छूने को मुझको, होड सी थी लग गई
मेरी तरह ही...