मैं फ़ना हूँ मुहब्बत
ये वक्त बदलेगा तो हम भी बदल जायेंगे
फूल बनकर तेरे गजरे में महक जायेंगे
गुमशुदा मैं नहीं बदला है नजरिया तुमने
ख्वाब तो देख तेरी नज़रों में ठहर जायेंगे
चाँदनी रात में निकलो कभी...
फूल बनकर तेरे गजरे में महक जायेंगे
गुमशुदा मैं नहीं बदला है नजरिया तुमने
ख्वाब तो देख तेरी नज़रों में ठहर जायेंगे
चाँदनी रात में निकलो कभी...