सुकून
सुकून में भी सुकून नहीं अब
उम्मीदों की कोई नींव नहीं अब
ख्याली घरों को तो धूंआ होना ही था
ख्वाब रहें
न रहें
कोई गिला नहीं अब।
© Neha Bharti
उम्मीदों की कोई नींव नहीं अब
ख्याली घरों को तो धूंआ होना ही था
ख्वाब रहें
न रहें
कोई गिला नहीं अब।
© Neha Bharti