...

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आदर्श बेटी
घर आई बेटी,
सैकड़ों उम्मीदे लाई बेटी,
मां की रसोईया,पापा की इज्जत
भाई को हक देने आई बेटी
तभी आदर्शवान कहलाई बेटी,

भोजनघर से नागो के घर को संभाला है
फिर भी किस मुसीबत को पाला है
****लड़की है लड़की बनकर रह ,
लड़किया ऊंची आवाज में बात नही करती*
ये किसने किस्मत में...