रात हमसफ़र मेरी.
रात हमसफ़र मेरी, की दिन अब उदास है।
यादो की तस्वीर तेरी, नींद के ही पार है।
उजालो में ना होश मुझको, काम से फुरसत नही।
क्या तेरी रातो में भी, तेरा यही हाल है।
रोज़ तमाशा करता है, जो दिल मेरे पास है।
बहलाता हूँ, फुसलाता हूँ, इसे कहता हूँ, तू मेरे साथ है।...
यादो की तस्वीर तेरी, नींद के ही पार है।
उजालो में ना होश मुझको, काम से फुरसत नही।
क्या तेरी रातो में भी, तेरा यही हाल है।
रोज़ तमाशा करता है, जो दिल मेरे पास है।
बहलाता हूँ, फुसलाता हूँ, इसे कहता हूँ, तू मेरे साथ है।...