फिक्र क्यों करती हो....
अब मेरी फिक्र क्यों करती हो....
जब मर ही गया मैं तो जिक्र क्यों करती हो ..
कितनी बार समझाया हालात तेरे दिल को
कमबख्त समझ ही ना पाया तो मलाल क्यों करती हो..
शायद होगा मंजूर कोई और तेरे दिल को
कर ले...
जब मर ही गया मैं तो जिक्र क्यों करती हो ..
कितनी बार समझाया हालात तेरे दिल को
कमबख्त समझ ही ना पाया तो मलाल क्यों करती हो..
शायद होगा मंजूर कोई और तेरे दिल को
कर ले...