उसी गली से गुजरना हुआ।।
आज उसी गली से गुजरना हुआ ।
वर्षो बाद शुरु यादों का सिलसिला हुआ शहर और मकान अपना 'अनजाना हुआ
रहते थे जो दिल में हमारे धड़कन जैसे ।
गैरो की बस्ती का दर्द का तराना हुआ ॥
हर किसी की याद में .ताजमहत नही । दर्द छुपाया और चहेरा खुद पुराना हुआ
वर्षो बाद शुरु यादों का सिलसिला हुआ शहर और मकान अपना 'अनजाना हुआ
रहते थे जो दिल में हमारे धड़कन जैसे ।
गैरो की बस्ती का दर्द का तराना हुआ ॥
हर किसी की याद में .ताजमहत नही । दर्द छुपाया और चहेरा खुद पुराना हुआ