मैं कवि हो जाता हूँ
मैं एक ऐसी दुनिया में चला जाता हूँ,
जहाँ,
वक़्त घड़ी से नहीं मापा जाता,
जहाँ,
चिड़ियों के चहचहाहट का मतलब
सुबह का चार बजना है,
सूरज का झुरमुट से झाॅंकना
सुबह का छ:,
सर पर सूरज का मतलब बारह।
गाय,भैंस,बकरियों का चरहा चरना
दुई बजना है....
मैं उम्र छोटा करके...
इधर-उधर छिपने लगता हूँ,...
जहाँ,
वक़्त घड़ी से नहीं मापा जाता,
जहाँ,
चिड़ियों के चहचहाहट का मतलब
सुबह का चार बजना है,
सूरज का झुरमुट से झाॅंकना
सुबह का छ:,
सर पर सूरज का मतलब बारह।
गाय,भैंस,बकरियों का चरहा चरना
दुई बजना है....
मैं उम्र छोटा करके...
इधर-उधर छिपने लगता हूँ,...