कुदरत 🙏🏻तुझसे हैं...
वो मिट्टी की खुश्बू वो बारिश की बूंदें,
आज भी बेहद सुकून दिया करती हैं।
वो शाम के बाद घर लौटने की बेचैनी,
हमेशा घर की तरफ मुझे खींचा करती हैं।
जितना सुकून कुदरत के नजारों...
आज भी बेहद सुकून दिया करती हैं।
वो शाम के बाद घर लौटने की बेचैनी,
हमेशा घर की तरफ मुझे खींचा करती हैं।
जितना सुकून कुदरत के नजारों...