शर्तें लागू
एक ही लड़ाई हर रोज़ लड़कर, हार कर, फिर लड़ने की हिम्मत हो, तो आना...
हर उस अजीज़ चीज़, जिसे तुम दिल - ओ - जान से चाहते हो, को त्याग सको, तो आना...
अपने अपनों का भरोसा टूटने के बाद भी, खुद पर थोड़ा भरोसा पल्लू में बांध के रख सको, तो आना...
कभी अनिश्चितता से घबरा कर, घुप अंधेरे में अकेले ही रो सको,...
हर उस अजीज़ चीज़, जिसे तुम दिल - ओ - जान से चाहते हो, को त्याग सको, तो आना...
अपने अपनों का भरोसा टूटने के बाद भी, खुद पर थोड़ा भरोसा पल्लू में बांध के रख सको, तो आना...
कभी अनिश्चितता से घबरा कर, घुप अंधेरे में अकेले ही रो सको,...