समझ नहीं आता..
कभी_कभी अकेले में बैठे जब कुछ समझ नही आता
तो आंखे भर आती हैं, शायद इसे ही
रोना कहते हैं।
जब जिन्दगी में लाख परेशानियां होते हुए भी थोड़ा
मुस्करा लेते हैं, शायद इसे ही खुश
होना कहते हैं।
जवाब नही है जिनके ऐसे कई सवाल मन में आते हैं
समय आने पर सारे सवालों का जवाब जानकर
खुद ही ख़ुद को दे लेते हैं,
शायद इसे ही धैर्य न खोना कहते हैं।
© Jaya Tripathi
तो आंखे भर आती हैं, शायद इसे ही
रोना कहते हैं।
जब जिन्दगी में लाख परेशानियां होते हुए भी थोड़ा
मुस्करा लेते हैं, शायद इसे ही खुश
होना कहते हैं।
जवाब नही है जिनके ऐसे कई सवाल मन में आते हैं
समय आने पर सारे सवालों का जवाब जानकर
खुद ही ख़ुद को दे लेते हैं,
शायद इसे ही धैर्य न खोना कहते हैं।
© Jaya Tripathi