औरत
सबका ख्याल रखती है वो,
क्योंकि औरत है वो,
रोज जिंदगी से लड़ती है वो,
दुनिया कहती बहुत है,
पर सब सहती है वो।
क्योंकि औरत है वो।
शादी कर ले ,बड़ी हो गई
मुझसे जबान लड़ाई,
इतनी भी बड़ी नहीं है वो,
वह सब कुछ सुनती है,
क्योंकि औरत है वो।
तोड़ दिए सारे सपने ,
मुझे मार डाला, जो थे अपने।
रोती कहां थी मैं,
रुला दिया मुझे।
अपना सब कुर्बान किया,
अपने सारे सपने ,सबके नाम किया,
तब भी पूछती है वो,
ए खुदा तूने मुझे दुख के सिवा और कुछ दिया।
...
क्योंकि औरत है वो,
रोज जिंदगी से लड़ती है वो,
दुनिया कहती बहुत है,
पर सब सहती है वो।
क्योंकि औरत है वो।
शादी कर ले ,बड़ी हो गई
मुझसे जबान लड़ाई,
इतनी भी बड़ी नहीं है वो,
वह सब कुछ सुनती है,
क्योंकि औरत है वो।
तोड़ दिए सारे सपने ,
मुझे मार डाला, जो थे अपने।
रोती कहां थी मैं,
रुला दिया मुझे।
अपना सब कुर्बान किया,
अपने सारे सपने ,सबके नाम किया,
तब भी पूछती है वो,
ए खुदा तूने मुझे दुख के सिवा और कुछ दिया।
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