चलो बेफिक्र जी लेते है
चलो बेफिक्र जी लेते हैं,
जिवन छणभंगुर है,
कठिनायों से भरा है,
बड़ा ही लचीला है,
छल कपट का पिटारा है।
चलो बेफिक्र जी लेते हैं,
क्योंकि सब यहां खोखले हैं,
कोई यह दिल से नही कहता है,
की तू मेरे दिल में रहता है।
लोग जब चले जाते हैं,
कुछ पल को याद आते हैं,
क्योंकि सभी अपने में व्यस्थ हैँ,
किसके पास इतना वक्त है।
जीवन मोह का जाल हैँ,
हमको न उसमें फसना हैं,
चलो यह दृढ संकल्प लेते हैं,
चलो बेफिक्र जी लेते हैँ ।
।। स्वाति।।
जिवन छणभंगुर है,
कठिनायों से भरा है,
बड़ा ही लचीला है,
छल कपट का पिटारा है।
चलो बेफिक्र जी लेते हैं,
क्योंकि सब यहां खोखले हैं,
कोई यह दिल से नही कहता है,
की तू मेरे दिल में रहता है।
लोग जब चले जाते हैं,
कुछ पल को याद आते हैं,
क्योंकि सभी अपने में व्यस्थ हैँ,
किसके पास इतना वक्त है।
जीवन मोह का जाल हैँ,
हमको न उसमें फसना हैं,
चलो यह दृढ संकल्प लेते हैं,
चलो बेफिक्र जी लेते हैँ ।
।। स्वाति।।