मुस्कराहट
बातों में मेरी बात इसीलिए कम है,
जज्बातों का पीछे जो घुट रहा दम है,
सजदे में थोड़ी तो दे दो रियायत,
दिल से बात करने की शायद शुरू हो रवायत,
सुना है दिल सुन लेता है दिल की आहट,
बिन हाथों के जो मांगे उनके हिस्से भी थोड़ी आए मुस्कराहट,
हासिल जो जाए ऐसी तमन्ना,
किताब ए जिंदगी का खुशी से खोलूं हर पन्ना,
जज्बातों का पीछे जो घुट रहा दम है,
सजदे में थोड़ी तो दे दो रियायत,
दिल से बात करने की शायद शुरू हो रवायत,
सुना है दिल सुन लेता है दिल की आहट,
बिन हाथों के जो मांगे उनके हिस्से भी थोड़ी आए मुस्कराहट,
हासिल जो जाए ऐसी तमन्ना,
किताब ए जिंदगी का खुशी से खोलूं हर पन्ना,