तिनके का संदेश
कच्ची सड़क पर चलते-चलते,
कई तिनकों को हमने कुचला था।
कहकर उनको अस्तित्व हीन,
उनके सम्मान को ललकारा था।
पांव में नहीं थे जूते,
पर हम जा रहे थे आगे बढ़ते,
आया तभी तेज़ आंधी का झोंका,...
कई तिनकों को हमने कुचला था।
कहकर उनको अस्तित्व हीन,
उनके सम्मान को ललकारा था।
पांव में नहीं थे जूते,
पर हम जा रहे थे आगे बढ़ते,
आया तभी तेज़ आंधी का झोंका,...